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| 5-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
Union Budget 2024: बजट में रक्षा क्षेत्र के साथ हुआ न्याय
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का साल 2024-25 का बजट पेश करते हुए रक्षा क्षेत्र के लिए 4.54 लाख करोड़ का प्रस्ताव किया. यह संयोग ही है कि कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई) से चंदेक दिन पहले ही संसद में पेश आम बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए ठीक-ठाक राशि का ही प्रस्ताव किया गया.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
भारत की आर्थिक छलांग के लिए उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण क्यों है?
भारत की आर्थिक विकास का रास्ता उत्तर प्रदेश से गुजरता है. अगर उत्तर प्रदेश का विकास नहीं होगा तो भारत आगे नहीं बढ़ सकता. उत्तर प्रदेश का लगातार तेजी से विकास के रास्ते पर चलना एक उम्मीद जगाता है. राज्य में करोड़ों लोग गरीबी की रेखा से बाहर हुए हैं.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
रमेश ठाकुर
@ramesh.thakur.7399
हिंदुस्तान के 'टॉयलेट मैन बिंदेश्वर पाठक' छोड़ गए संसार
पाठक का स्वच्छता आंदोलन स्वच्छता सुनिश्चित करता है और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को रोकता है. ग्रामीण समुदायों तक इन सुविधाओं को पहुंचाने के लिए इस तकनीक को अब दक्षिण अफ्रीका की ओर भी बढ़ा दिया है. ऐसे व्यक्ति का यूं चले जाना, निश्चित रूप से बड़ा अघात है. उनके न रहने की क्षति को कोई पूरा नहीं कर सकता.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
अशोक भाटिया
मिशन 2023 में भाजपा का गढ़ ग्वालियर - चम्बल ही भाजपा के लिए बना मुसीबत!
ग्वालियर चंबल अंचल में अपने गढ़ बरकरार रखना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती होगा. तो वहीं इन गढ़ों को फतेह करना भाजपा के लिए नाक का सवाल बन गया है. कौन किस पर भारी पड़ेगा. कौन किसका किले ढहाएगा. यह 2023 के चुनावी रण में देखने को भी मिलेगा.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
अशोक भाटिया
क्या आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल छोड़ देंगे I.N.D.I.A. का दामन?
दिल्ली सर्विस अमेंडमेंट बिल पर चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को पंडित नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल और डॉ अंबेडकर की बातों को याद दिलाकर राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश की होगी, लेकिन कांग्रेस के लिए गठबंधन की मजबूरियों में न फंसकर आम आदमी पार्टी से सावधान रहने की नसीहत के पीछे कई गूढ़ रहस्य छिपे हैं, ये कांग्रेसी भी दबी जुबान में स्वीकार करते हैं.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
प्रकाश कुमार जैन
जनता के लिए 'नमो' कूल है और विपक्षी नेताओं को मोदी फोबिया है!
'मोदी हटाओ' के नारे में I.N.D.I.A का इमोशनल फैक्टर डाल दिया गया है. विपक्ष के लिए गुपचुप नीति बनाने की ज़रूरत है, लेकिन वे तो अपनी किसी भी चाल को गोपनीय नहीं रख पा रहे हैं. 'हम साथ साथ हैं मोदी को हटाने के लिए' जैसी राजनीतिक चाल का भी खुल्लम खुल्ला ढिंढोरा पीट रहे हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
विवेकानंद शांडिल
@vivekanand.shandil
मणिपुर हिंसा से जुड़े कुछ अदृश्य सत्य जिन्हें जानना बहुत जरूरी है!
मणिपुर में आज भले ही परिस्थितियां प्रतिकूल हों. लेकिन हमें बिना परेशान हुए. बिना व्यथित हुए. प्रधानमंत्री मोदी पर अपने विश्वास को कायम रखना होगा. वे अवश्य इस मुश्किल समस्या का कोई न कोई स्थायी समाधान ढूंढ़ लेंगे.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
रमेश सर्राफ धमोरा
मोदी को कितनी टक्कर देगा विपक्ष का I.N.D.I.A?
विपक्ष का कहना है कि उनका इंडिया गठबंधन पहले के यूपीए की तुलना में अधिक मजबूत है. इसमें ऐसे राजनीतिक दल भी शामिल है जो अभी तक आपस में एक दूसरे के विरोधी रहे हैं.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
टमाटर को हमेशा हल्के में लिया, अब जो है सामने वो बेवफाओं से उसका इंतकाम है!
पूर्व में ऐसे तमाम मौके आए जब देश की जनता ने टमाटर का तिरस्कार किया. सस्ते के नामपर बार बार उसे अपमान का सामना करना पड़ा. टमाटर का बदलने का न तो कोई मूड था, न इरादा. बात बस इतनी है कि जिस जिसने भी उसका प्यार भुलाया वो अब टमाटर का इंतकाम देख रहा है.